वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
२७ जुलाई २०१७
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
पौड़ी : (जपुजी साहिब, नितनेम)
नानक निरगुणी गुणु करे गुणवंतिआ गुणु दे ॥
प्रसंग:
मैं किसी भी काम को लगातार क्यों नहीं कर पाता हूँ?
जीवन में निरन्तरता कैसे लायें?
क्या नानक के जीवन में निरन्तरता थी?